Last updated on January 26th, 2025 at 04:22 pm
Shere Bangla Stadium Pitch Report – शेरे बांग्ला स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए कितनी चुनौतीपूर्ण है, तेज गेंदबाज या स्पिनर्स किसके लिए मददगार है ये पिच, जानने के लिए ये लेख पूरा पढ़ें।
Shere Bangla Stadium: पिच और रिकॉर्ड्स का पूरा विश्लेषण
ये मैदान बांग्लादेश के प्रमुख मैदानों में से एक है, ये मैदान बांग्लादेश के राजधानी ढाका में स्थित है। आपको जान के हैरानी होगी की इस मैदान का निर्माण फुटबॉल खेलने के लिए किया गया था न की क्रिकेट खेलने के लिए। इस मैदान का इतिहास गौरवशाली है, इसने विश्वकप और एशिया कप के कई महत्वपूर्ण मुकाबलों की मेजबानी की है। आइए, इस स्टेडियम की पिच, मौसम, और रिकॉर्ड्स का विस्तार से विश्लेषण करते हैं।
स्टेडियम का इतिहास और खासियत
इस मैदान का निर्माण 1980 में हुआ और 2004 में इसे अंतर्राष्ट्रीय मैचों के मेजबानी का अधिकार मिला, इसने बहुत ही कम समय में ही 100 मैचों की मेजबानी कर ली और ऐसा करने वाला ये क्रिकेट इतिहास का छठा सबसे तेज मैदान बन गया।
- पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट : IND vs BAN
- पहला अंतरराष्ट्रीय ODI : ZIM vs BAN
- पहला अंतरराष्ट्रीय T20 : WI vs BAN
स्टेडियम की क्षमता और विशेषताएँ:
- दर्शक क्षमता: 2o,000 दर्शक
- मैदान का क्षेत्रफल: 186 m × 136 m.
- बाउंड्री: 65 – 70m
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शेरे बांग्ला स्टेडियम की पिच रिपोर्ट
बल्लेबाजों के लिए:
ये पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतरीन है, यहाँ का आउटफील्ड काफी तेज है जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना बेहद आसान हो जाता है, बेहतरीन बल्लेबाजी पिच होने के वजह से ही यहाँ कई बड़े स्कोर बने हैं।
गेंदबाजों के लिए:
तेज गेंदबाजों को नई गेंद से मदद मिलती है जैसे जैसे गेंद पुराना होता है उनके लिए पिच से मदद कम हो जाती है और स्पिनर्स का प्रभाव बढ़ जाता है।
शेरे बांग्ला स्टेडियम पर टेस्ट के रिकॉर्ड्स
इस मैदान पर अब तक कुल 28 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेले गए हैं। यहाँ का रिकॉर्ड दिखाता है कि पहले गेंदबाजी करने वाली टीमों को थोड़ी बढ़त मिलती है।
आंकड़े:
- कुल मैच: 28
- पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत: 13 बार
- पहले गेंदबाजी करते हुए जीत: 12 बार
- पहली पारी का औसत स्कोर: 319 रन
- दूसरी पारी का औसत स्कोर: 307 रन
- तीसरी पारी का औसत स्कोर: 240 रन
- चौथी पारी का औसत स्कोर: 167 रन
- सर्वोच्च स्कोर: 730/6 (श्रीलंका बनाम बांग्लादेश)
- न्यूनतम स्कोर: 87/10 (बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान)
शेरे बांग्ला स्टेडियम पर ODI के रिकॉर्ड्स
इस मैदान पर अब तक कुल 139 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले गए हैं। यहाँ का रिकॉर्ड दिखाता है कि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीमों को थोड़ी बढ़त मिलती है।
आंकड़े:
- कुल मैच: 139
- पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत: 61 बार
- पहले गेंदबाजी करते हुए जीत: 74 बार
- पहली पारी का औसत स्कोर: 218 रन
- दूसरी पारी का औसत स्कोर: 188 रन
- सर्वोच्च स्कोर: 370/4 (भारत बनाम बांग्लादेश)
- न्यूनतम स्कोर: 58/10 (बांग्लादेश बनाम भारत)
शेरे बांग्ला स्टेडियम पर टी20I के रिकॉर्ड्स
इस मैदान पर अब तक कुल 75 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले गए हैं।
आंकड़े:
- कुल मैच: 75
- पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत: 36 बार
- पहले गेंदबाजी करते हुए जीत: 39 बार
- पहली पारी का औसत स्कोर: 139 रन
- दूसरी पारी का औसत स्कोर: 121 रन
- सर्वोच्च स्कोर: 211/4 (बांग्लादेश बनाम वेस्ट इंडीज)
- न्यूनतम स्कोर: 60/10 (न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश)
बांग्लादेश प्रिमियर लीग (BPL) के आंकड़े
Super Smash में शेरे बांग्ला स्टेडियम पर 39 मैच खेले गए हैं। इस टूर्नामेंट में 8 मैच पहले बल्लेबाजी करते हुए जीते गए हैं।
आंकड़े:
- कुल मैच: 75
- पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत: 31 बार
- पहले गेंदबाजी करते हुए जीत: 43 बार
- पहली पारी का औसत स्कोर: 153 रन
- दूसरी पारी का औसत स्कोर: 138 रन
- सर्वोच्च स्कोर: 218/2 (खुलना टाइगर्स बनाम कुमिला वॉरियर्स)
- न्यूनतम स्कोर: 58/10 (फॉर्च्यून बरिशाल बनाम सिलहट सुपर स्टार्स)
टॉस का महत्व
इस मैदान पर टॉस जीतना किसी भी टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। अधिकतर टीमें यहाँ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करती हैं, क्योंकि ज्यादातर मैच लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते गए हैं।
पिच का बर्ताव
- बल्लेबाजों के लिए:
- बल्लेबाजी के लिए बेहतरीन पिच।
- शॉट्स लगाने के लिए गेंद आसानी से बल्ले पे आती है।
- टी20 मुकाबलों में भी बड़े स्कोर बनते हैं।
- गेंदबाजों के लिए:
- तेज गेंदबाजों को नई गेंद से मदद मिलती है।
- पुरानी गेंद से स्पिनर्स कमाल कर सकते हैं।
शेरे बांग्ला स्टेडियम अपनी संतुलित पिच से बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को प्रदर्शन करने का समान अवसर देती है।
अगली बार जब इस मैदान पर कोई बड़ा मुकाबला हो, और आप अपनी फैंटसी टीम बनाए तो आप इन बातों को ध्यान में रखें। आपका क्या मानना है? क्या टॉस जीतकर दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना यहाँ हमेशा फायदेमंद रहेगा? हमें कमेंट में जरूर बताएं!