Last updated on January 26th, 2025 at 04:21 pm
Niranjan Shah Stadium Pitch Report: राजकोट का निरंजन शाह स्टेडियम गुजरात का सबसे आधुनिक क्रिकेट मैदान है। 2008 में बना यह स्टेडियम करीब 28,000 दर्शकों को समा सकता है। सौराष्ट्र क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान होने के साथ-साथ यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का भी गवाह रहा है। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की तर्ज पर बने इस स्टेडियम में आधुनिक सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है।
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Niranjan Shah Stadium की पिच का मिजाज
राजकोट की पिच क्रिकेट के हर रूप में अपना अलग रंग दिखाती है। नई पिच पर बल्लेबाजों का दबदबा रहता है। गेंद बल्ले पर अच्छी तरह आती है और बाउंडरी लगाना आसान होता है। पहले दो दिन बल्लेबाज बेफिक्र होकर रन बना सकते हैं। यही वजह है कि टेस्ट मैच की पहली पारी में यहाँ औसतन 593 रन बनते हैं।
लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच का रंग बदलने लगता है। तीसरे दिन से पिच धीमी पड़ने लगती है और स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलती है। गेंद टर्न लेने लगती है और बल्लेबाजों को परेशान करती है। यही वजह है कि चौथी पारी में रन बनाना मुश्किल हो जाता है। आंकड़े बताते हैं कि चौथी पारी में यहाँ औसतन सिर्फ 172 रन ही बनते हैं।
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तेज गेंदबाजों के लिए मौका
सुबह के समय यहाँ तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है। नई गेंद से स्विंग मिलती है और विकेट लेने के मौके बनते हैं। लेकिन दिन के बाकी समय में उन्हें मेहनत करनी पड़ती है। गेंदबाजों को सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करनी होती है।
यादगार मैच और रिकॉर्ड
इस मैदान पर अब तक कई यादगार मैच खेले गए हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारत ने यहाँ वेस्टइंडीज के खिलाफ 649/9 का विशाल स्कोर बनाया। वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 352/7 रन बनाए। T20 में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 228/5 का स्कोर खड़ा किया।
टॉस का महत्व
राजकोट में टॉस जीतना बहुत महत्वपूर्ण है। ज्यादातर कप्तान पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हैं। पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने वाली टीम का पलड़ा भारी रहता है। दूसरी पारी में पिच का व्यवहार बदल जाता है और रन बनाना मुश्किल हो जाता है।
स्टेडियम की खूबियां
निरंजन शाह स्टेडियम आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहाँ 60 से ज्यादा वीआईपी बॉक्स हैं। खिलाड़ियों के लिए बड़े ड्रेसिंग रूम हैं। दो अभ्यास मैदान भी हैं जहाँ टीमें प्रैक्टिस कर सकती हैं। रात के मैचों के लिए आधुनिक फ्लडलाइट्स लगी हैं।
निष्कर्ष
राजकोट का निरंजन शाह स्टेडियम क्रिकेट के हर रूप के लिए उपयुक्त है। यह बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को मौका देता है। शुरुआती दिनों में बल्लेबाज छाए रहते हैं तो बाद के दिनों में गेंदबाज मैच का रुख बदल सकते हैं। कुल मिलाकर यह एक संतुलित पिच है जो रोमांचक क्रिकेट का वादा करती है।
आप भी अपनी राय दीजिए – क्या आपको लगता है कि राजकोट की पिच बल्लेबाजों के लिए ज्यादा फायदेमंद है या गेंदबाजों के लिए? क्या आपने यहाँ कोई रोमांचक मैच देखा है?